Wednesday, May 6, 2020

अन्नदान महादान

 भूखे को भोजन प्यासे को पानी



भूखे व्यक्ति के लिए अन्न देव की वह महिमा है जिसकी तुलना हीरा से भी नहीं की जा सकती।

कोरोना महामारी के संकट में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी बढ़चढ़ कर, कर रहे हैं अन्न का दान।




🌺🌿   जो अपने सो और के, एकै पीड़ पिछान।
जैसे हमें खाना नहीं मिलने पर पीड़ा होती है वैसे ही जो गरीब असहाय लोग हैं उन्हें भोजन नहीं मिलने पर पीड़ा होती है। ऐसी परिस्थिति में संत रामपाल जी महाराज के शिष्य ज़रूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।

🌼🌿अन्न जल साहेब रूप है, क्षुध्या तृषा जाये।
चारों युग प्रवान है, आत्म भोग लगाए।
अन्न जल को परमात्मा का रूप बताया है। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य वर्तमान परिस्थितियों में असहाय लोगों की मदद कर रहे हैं, उन तक भोजन पहुंचा रहे हैं।

🌹🌿हमें आज समझना होगा सब अपने भाई बहन हैं। इसलिए आपके आसपास कोई भूखा ना सोए।
इस बात को ध्यान में रखते हुए संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से बहुत से सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को भंडारे के समान द्वारा मदद की जा रही है।

🥀🌿संतों द्वारा सबसे बड़ा पुण्य अन्न दान माना गया है।
इसलिए इस कोरोना महामारी के संकट काल में संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से जगह-जगह पर भोजन बांटने की व्यवस्था की जा रही है।

🌼🌿संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों द्वारा शुरू एक और अभियान
देश के कोने कोने में भूखे लोगों को भोजन देने का कार्य शुरू।



🌷🌿मानवता की सच्ची सेवा में हर समय आगे रहने वाले संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से उनके अनुयायी इस लॉकडाउन की परिस्थिति में ज़रूरतमंदों के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं।

🏵️🌿गरीबदास जी की वाणी है
रोटी तैमूरलंग कूं दीन्ही, तातैं सात बादशाही लीन्ही।
एक साधु को रोटी खिलाने भर से तैमूर लंग को सात पीढ़ी का राज मिला।
कोरोना के इस संकटकाल में
 संत रामपाल जी महाराज के भक्त भी कर रहे हैं अन्नदान में भरपूर सहयोग।

💐🌿संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी कोरोना महामारी के संकट के दौरान आगे आये। ज़रूरतमंदों के लिए की भंडारे की व्यवस्था। समाज को भी ऐसे वक्त में अपना सहयोग देना चाहिए।

🌸🌿संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से उनके अनुयायियों ने किया अन्नदान। संत रामपाल जी महाराज के समर्थकों ने भूखों के लिए रोहतक में की भंडारे की व्यवस्था।

🌻🌿संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी कर रहे हैं हर जरूरतमंदों की मदद। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी लॉकडाउन में गरीब लोगों को भोजन देने के लिए आगे आ रहे हैं।

🌺🌿चिड़ी चोंच भर ले गई, नदी न घटयो नीर।
दान दिए धन घटे नहीं, यों कह रहे साहेब कबीर।।
संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि दान करने से कभी धन नहीं घटता। इसलिए  उनके अनुयायी परमार्थ के काम में आगे रहते हैं।

🌼🌿संत रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा इस विकट परस्थिति में
जगह जगह भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
परमेश्वर कबीर जी बताते हैं
कह कबीर पुकार के दो बात लिख लेय।
एक साहिब की बंदगी और भूखों को भोजन दे।

🌺🌿धर्म तो धसकै (नाश)नहीं, धसकै तीनों लोक। खैरायत में खैर है, कीजै आत्म पोख।।
संत रामपाल जी महाराज बताते हैं धर्म का कभी नाश नहीं होता। इसलिए उनके अनुयायी ज़रूरतमंदों तक भोजन भेज रहे हैं।

🏵️🌿जिस भंडारे से अन्न निकसा सो भंडारा भरपूर, काल कंटक दूर। भूखों को भोजन खिलाने से कई गुना लाभ मिलता है। कष्ट भी दूर होते हैं।
संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी इसे भली-भांति समझते हैं।



🌼🌿मानवता का परिचय देते हुए संत रामपाल जी महाराज के समर्थक भूखे लोगों को खाना खिलाकर उनका दुख कम करने का प्रयास करके महा परोपकार का कार्य कर रहे हैं।
रोटी माता रोटी पिता, रोटी काटें सकल बिथा।
दास गरीब कहैं दरवेसा, रोटी बाटो सदा हमेशा।।

🌻🌿लॉकडाउन के दौरान कोई भी भूखा नहीं रहेगा। मानवता की अद्भुत मिसाल कायम कर रहे हैं संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके समर्थक कर रहे हैं मानव सेवा, जिससे कोई भी भूखा न रहे।

🌹🌿नामदेव जी ने बिट्ठल भगवान रूप पूर्ण परमात्मा को रोटी खिलाई थी। जिसकी वजह से पूर्ण परमेश्वर ने नामदेव जी की पूरे गांव में महिमा बनाई।
संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों का मानना है जो व्यक्ति भूखों को अन्न खिलाता है परमात्मा उस भक्त के साथ सदैव रहता है।

🏵️🌿धन्ना भक्त कुं दिया बीज, जाका खेत निपाया रीझ।
एक धन्ना नामक भक्त ने अपने खेत में ज्वार बोने के बजाए, उन बीजों को भूखे साधुओं को खिला दिया था, इसी कारण से परमात्मा ने उनका सूखा खेत हरा कर दिया जिसमें उन्होंने कंकर बोई थी।
देते को हरि देत है,
संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों का मानना है कि जो व्यक्ति भूखों को भोजन कराता है परमात्मा उसकी ऐसे मदद करता है।

💐🌿भूखे की भूख मिटाने का बहुत पुण्य होता है।
संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने कोरोना संकट में जरूरतमंदों की मदद को बढ़ाए हाथ। भूखों को अन्न खिलाने से आध्यात्मिक व भौतिक दोनों लाभ मिलते हैं।
संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी कर रहे हैं हर जरूरतमंदों की मदद।

🌼🌿 संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संग में बताते हैं भूखे को भोजन खिलाने का बहुत बड़ा धर्म होता है। तैमूरलंग ने एक रोटी दान की और परमात्मा ने उसे 7 पीढ़ी का राज्य दे दिया था।

🌹🌿संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने कहा कि भूखों को भोजन खिलाने का बहुत पुण्य होता है।





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संत रामपाल जी के इस मुहिम से जुड़ने के लिए आपको संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा लिखी पुस्तकें पढ़ने के बाद उनका ज्ञान समझ के उनसे नाम दीक्षा लेना होगा।



4 comments:

  1. संत रामपाल जी महाराज गीता से प्रमाणित कर बताते है कि सुपात्र को दिया गया दान ही लाभदायक है, और भूखों को भोजन कराना सुपात्र को दिए दान के अंतर्गत ही आता है।

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